अनुसंधान एफओसीआई
केंद्र की शोध गतिविधियों का ध्यान, विश्व की राजनीति के क्षेत्र में उभरती हुई चिंताओं के साथ, वर्षों से विकसित हुआ है। अपने अस्तित्व के पहले दो दशकों में, केंद्र के कार्यक्रमों ने समकालीन अंतर्राष्ट्रीय मामलों की प्रमुख समस्याओं पर ज़ोर दिया। गैर-संनियंत्रण, उत्तर-दक्षिण वार्ता, एक नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था, मानव अधिकार, समकालीन सैन्यवाद के स्त्रोत, राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलनों के युद्ध, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, विकास एवं निरस्त्रीकरण के हस्तांतरण की तलाश जैसे मुद्दों पर बड़े पैमाने पर शोध किया गया। हाल के वर्षों में, सीआईपीओडी संकाय एवं छात्रों के शोध संबंधी विचार उत्साहपूर्ण नई दिशाओं में चले गए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय राजनीति कार्यक्रम के अध्ययन में अध्ययन एवं अनुसंधान पर व्यापक ध्यान दिया गया है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के सिद्धांत एवं व्यवहार शामिल हैं। इसमें निम्नलिखत अध्ययन शामिल है- सैद्धांतिक, अनुभवजन्य एवं आदर्श - जो कि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में संघर्ष एवं सहयोग की समस्याओं से संबंधित है। हाल के वर्षों में, पर्यावरण, मानव अधिकार, जातीयता, संस्कृति, लोकतंत्र, धर्म, वैश्वीकरण, नागरिक समाज, शक्ति, मानदंड एवं विचारों के इतिहास समेत विस्तृत मुद्दों के सैद्धांतिक विश्लेषण पर ज़ोर बढ़ा है। अंतर्राष्ट्रीय संगठन का अधान कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, क्षेत्रीय एवं सार्वभौमिक संगठनों की समस्याओं एवं बहुपेक्षीय निकायों में भारत की भूमिकाओं का अध्ययन करने का प्रयास करता है। पिछले कुछ वर्षों में, शांति प्रबंधन एवं शांति निर्माण कार्यों, मानवीय हस्तक्षेप, मानव अधिकार, क्षेत्रीय संगठनों, अंतर्राष्ट्रीय वित्तिय संस्थानों, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था, वैश्विक शासन एवं अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासन के निर्माण पर पर्याप्त शोध किया गया है।
अध्ययन की कूअनीति एवं निरस्त्रीकरण कार्यक्रम ने परंपरागत रूप से निरस्त्रीकरण की समस्याओं पर विकासशील देशों के दृष्टिकोण विकसित करने की मांग की है। इसने निरस्त्रीकरण एवं हथियार नियंत्रण के बारे में अंतर्निहित धारणाओं का एक महत्त्वपूर्ण विश्लेषण आवश्यक किया है जो पश्चिमी देशों में प्रंकाशित साहित्य द्वारा प्रस्तावित है। हथियार निरस्त्रीकरण के अलावा, यह कार्यक्रम राष्ट्रीय, क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर भी केंद्रित है। शांति के निर्माण एवं युद्ध को रोकने के लिए ना दृष्टिकोण जैसे संघर्ष समाधान, आत्मविश्वास निर्माण उपायों एवं सहकारी सुरक्षा पर विशेष ज़ोर दिया गया है। इस कार्यक्रम ने सैन्य इतिहास एवं समाजशास्त्र के प्रश्नों एवं नागरिक-सैन्य संबंधों के प्रश्नों पर अनुसंधान को प्रोत्साहित किया है। कूटनीति पर अनुसंधान कूटनीति के क्षेत्र में ऐतिहासिक एवं समकालीन दोनों मुद्दों पर केंद्रित है। हाल के वर्षों में, कार्यक्रम का मुख्य विषय सुरक्षा अध्ययन, महत्तवपूर्ण सिद्धांत, महत्त्वपूर्ण सुरक्षा अध्ययन तथा शांति एवं संघर्ष का अध्ययन रहा है। अनुसंधान की श्रेणी भारतीय विदेश नीति एवं कूटनीति, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा कूटनीति, आर्थिक कूटनीति, पर्यावरण कूटनीति, सांस्कृतिक कूटनीति एवं कूटनीति में मीडिया एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका के विभिन्न पहलुओं को विस्तृत करती है।
अध्ययन का राजनीतिक भूगोल कार्यक्रम समकालीन अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के अस्थायी एवं स्थानिक पहलुओं का अध्ययन करके अंतर्राष्ट्रीय राजनीति पर भू-राजनीतिक एवं भू-रणनीतिक दृष्टिकोण प्रदान करने का प्रयास करता है। भू-राजनीति एवं जटिल भू-राजनीति पर एवं विभिन्न तरीकों पर ज़ोर दिसया गया है जिसके माध्यम से औपचारिक, व्यावहारिक एवं लोकप्रिय भू-राजनीति सहित वैश्विक अंतरिक्ष के बारे में लिखा गया है।