केंद्र द्वारा की पेशकश की गई विभिन्न एमफिल पाठ्यक्रमों के लिए सीआईपीओडी छात्रों को विद्यार्थी ट्यूटर्स के रूप में शामिल किया गया है।यह पहल समान अवसर कार्यालय, जेएनयू के तत्वावधान में लिया गया है जो विभिन्न सामाजिक पृष्ठभूमि से छात्रों के बीच स्वस्थ पारस्परिक संबंधों के विकास के लिए सामाजिक रूप से अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में काम करता है।ईओओ विशेष रूप से भेदभाव से संबंधित समस्याओं पर काबू पाने के लिए अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के छात्रों की सहायता के लिए विशेष जोर देता है। एमफिल स्तर पर किए गए उपचारात्मक कक्षाएं उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।निम्नलिखित सीआईपीओडी छात्रों ने २०१२ से इस पहल में योगदान दिया है।
छात्र ट्यूटर / एस |
पाठ्यक्रम का विषय |
सर्दी सत्र २०१५ |
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शुभ मिश्रा |
भू-राजनीति (आईओ६५१) में अवधारणाओं और मुद्दे |
अभिषेक चौधरी |
अनुसंधान क्रियाविधि (आईओ ६१२) |
साधना काड |
भारत और अंतर्राष्ट्रीय संगठन (आईओ ६५३) |
कावेरी बेदी |
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और राष्ट्रीय सुरक्षा (आईओ ६२१) |
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मानसून सेमेस्टर २०१४ |
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त्रिदिप बारदलाई |
अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रीय संगठन |
तिश्या खुल्लारे |
अंतर्राष्ट्रीय संगठन में सैद्धांतिक मुद्दे |
साधना काड |
संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक समस्याएं |
जयन्ना कृपकर |
भारत और निरस्त्रीकरण |
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शीतकालीन सत्र २०१४ |
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अम्ना सुनबुल |
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और राष्ट्रीय सुरक्षा |
अनघा इन्गोले |
विश्व राजनीति में संस्कृति, मानदंड और पहचान |
स्मृती सबबरवाल |
संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक समस्याएं |
मानसून सत्र २०१३ |
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मधुमिता दास |
शुभ कमला प्रसाद अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के सैद्धांतिक पहलुओं |
शुभा कमला प्रसाद |
अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रीय संगठन |
सुरभी सिंह |
यथार्थवाद और विश्व राजनीति |
सिद्धार्थ रईमधी |
वैश्वीकरण और राज्य |
अविप्सू हल्दर |
अंतर्राष्ट्रीय वार्ता: सिद्धांत और व्यवहार |
देबाक दास |
अंतर्राष्ट्रीय संगठन में सैद्धांतिक मुद्दे |
लिनाई दास |
भारत और निरस्त्रीकरण |
शीतकालीन सत्र २०१३ |
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योगेश जोशी |
अनुसंधान क्रियाविधि (विज्ञान का दर्शन) |
अनिसुजमान |
अनुसंधान क्रियाविधि (मात्रात्मक तरीकों) |