विज्ञान मंथन श्रृंखला अभिलेखागार
क्र.सं. |
दिनांक |
विषय |
वक्ता |
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1 |
24.01.2018 |
व्याख्यान माला |
प्रोफेसर सुमन कुमार धर, एससीएमएम/जेएनयू |
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2 |
24.04.2018 |
फ्यूजन - प्रकृति के अवलोकन के लिए सेंसर सूचना को एकीकृत करने की रूपरेखा (दूरस्थ संवेदी डेटा का उपयोग करके पृथ्वी अवलोकन अनुप्रयोग) - ( व्याख्यान-1)
इंटरनेट ऑफ थिंग्स: एक आगामी प्रौद्योगिकी - (व्याख्यान-2) |
प्रो. पी.के. जोशी, एसईएस/जेएनयू
प्रो. डीपी विद्यार्थी , एससी एवं एसएस/जेएनयू |
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3 |
06.09.2018 |
सामाजिक विज्ञान की कार्यविधि - (व्याख्यान-1)
कृत्रिम मेधा के लिए परानुभूति संचालित एल्गोरिदम – (व्याख्यान-2) |
प्रो. विवेक कुमार, एसएसएस/जेएनयू
श्री ऋषभ शर्मा, सीईओ, पोलेटस इंट्यूटिव इंटेलिजेंस, कैलिफोर्निया, यूएसए |
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4 |
17.10.2018 |
फसल सुधार में जैव प्रौद्योगिकी - (व्याख्यान-1)
कृषि नवाचारों के माध्यम से 9 अरब लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की तैयारी - (व्याख्यान-2) |
प्रो. रमेश वी. सोंती, निदेशक, राष्ट्रीय पादप जीनोम अनुसंधान संस्थान,(NIPGR),
प्रो. अश्विनी पारीक, एसएलएस/जेएनयू |
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5 |
23.04.2019 |
फसल सुधार के लिए एकीकृत जीनोमिक्स उपागण (एप्रोचेज) - (व्याख्यान-1)
प्राकृतिक पौधों का मिथक: आधुनिक कृषि का दस हजार वर्ष का इतिहास - (व्याख्यान-2) |
डॉ. मुकेश जैन, एससीएंडआईएस/जेएनयू
डॉ. प्रवीण वर्मा, राष्ट्रीय पादप जीनोम अनुसंधान संस्थान(NIPGR), नई दिल्ली |
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6 |
15.05.2019 |
प्राचीन भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और विश्व - (व्याख्यान-1)
धर्मशास्त्र : विज्ञान, समाज और न्यायपालिका – (व्याख्यान-2) |
डॉ. शशिबाला , डीन, सेंटर फॉर इंडोलॉजी, भारतीय विद्या भवन , नई दिल्ली।
डॉ. संतोष कुमार शुक्ल, एसोसिएट प्रोफेसर, संस्कृत एवं प्राच्यविद्या अध्ययन स्कूल, जेएनयू |
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7 |
22.01.2020 |
मेमोरी, स्मृति और पाठ: प्राचीन भारत में अधिगम और संरक्षण का विज्ञान - (व्याख्यान-1)
बिग( लिंग्विस्टिक ) डेटा और हेरिटेज कंप्यूटिंग – (व्याख्यान-2) |
प्रोफेसर हीरामन तिवारी, ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज, जेएनयू
प्रो. गिरीश नाथ झा , संस्कृत एवं प्राच्यविद्या अध्ययन संस्थान, जेएनयू |